विटालिक बुटेरिन (Vitalik Buterin) कुछ दिनों पहले ही दुनिया के सबसे युवा क्रिप्टो अरबपति बने हैं। ईथेरियम (Ethereum) दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरंसी है। बुटेरिन के पास अभी भी ईथर फॉर्म में 1 अरब डॉलर से ज्यादा हैं।
विश्व की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इथिरिम के संस्थापक वैटालिक ब्यूटेरिन ने भारत में बने क्रिप्टो कोविड राहत कोष के लिए क्रिप्टोकरेंसी के रूप में करीब 7.30 हजार करोड़ रुपये दान किए हैं। इसमें प्रमुख तौर पर शिब टोकन हैं। फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार, दान के समय इनका कुल मूल्य 8.80 हजार करोड़ रुपये था, लेकिन बाद में शिब की कीमत में 30 फीसदी की गिरावट आ गई। इससे दान का मूल्य भी कम हो गया
वैटालिक ने पहले भी क्रिप्टो में दान किया है। इस बार उन्होंने यह दान भारत के तकनीकी उद्ममी संदीप नरवाल द्वारा बनाए गए क्रिप्टो कोष में दिया है। दावा किया जा रहा है कि इस कोष में अब तक 100 करोड़ डॉलर दान आ चुका है।
इन क्रिप्टोटोकन के मौजूदा मूल्य के लिहाज से वैटालिक के दान को सबसे बड़ा व्यक्तिगत योगदान माना जा रहा है। 27 साल के वैटालिक केवल दो हफ्ते पहले ही विश्व से सबसे युवा क्रिप्टोकरेंसी अरबपति बने थे। उन्होंने 2015 में इथिरिम ब्लॉकचेन प्रोजेक्ट बनाया था जो सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को टक्कर दे रहा है। उनकी कुल संपत्ति 3000 करोड़ डॉलर मानी जाती है।
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