आप सभी को इस हिंदी दिवस के शुभ अवसर की हार्दिक शुभकामनाएं आज हमारे भारत मे सर्वाधिक निवास भारतीय भारत की लगभग 422 मिलियन (40%) आबादी हिंदी भाषा बोलती है। वैसे तो भारत मे अनेक भाषाएँ एवम बहुरूप की बोलियां भी बोली जाती है लेकिन सर्वाधिक रूप से भारतवर्ष में हिंदी भाषा को बोला जाता है।
हिंदी भाषा एवं इसके शब्द कहा से लिया गया है ?
हिंदी भाषा को अप्रत्यक्ष रूप से कहा जाता है कि संस्कृत भाषा से लिया गया है ।और हिंदी भाषा के शब्द उर्दू और फ़ारसी जैसे भाषा के शब्द से काफी मिलते जुलते है। हिंदी भाषा संस्कृत के देवनागरी लिपि को दर्शाता है।
हिंदी दिवस कब से मनाया जा रहा है ?
हिंदी दिवस सर्वप्रथम आज ही दिन 14 सितम्बर 1953 को मनाया गया उस दिन हिंदी भाषा को राजभाषा के रूप में दर्जा प्राप्त हुआ था । वैसे तो 14 सितंबर को 1949 को भी राजभाषा का दर्जा मिला था । पर 14 सितंबर 1953 को राष्ट्रभाषा के रूप अपनाने के लिये मांग रही लेकिन इसे राजभाषा का ही दर्जा प्राप्त हुआ।
हिंदी दिवस सर्वप्रथम आज ही दिन 14 सितम्बर 1953 को मनाया गया उस दिन हिंदी भाषा को राजभाषा के रूप में दर्जा प्राप्त हुआ था । वैसे तो 14 सितंबर को 1949 को भी राजभाषा का दर्जा मिला था । पर 14 सितंबर 1953 को राष्ट्रभाषा के रूप अपनाने के लिये मांग रही लेकिन इसे राजभाषा का ही दर्जा प्राप्त हुआ।
हिंदी को वैश्विक रूप से बढ़ावा कब दिया गया?
हिंदी भाषा को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के 1975 में विश्व हिंदी समेलन का आयोजन शुरु किया गया ।इसका उद्देश्य विश्व में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिन्दी को अन्तराष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है।और यह प्रतिवर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है।
हिंदी भाषा को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के 1975 में विश्व हिंदी समेलन का आयोजन शुरु किया गया ।इसका उद्देश्य विश्व में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिन्दी को अन्तराष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है।और यह प्रतिवर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है।
भारत की कितनी आबादी हिंदी भाषा बोलती है?
वैसे तो 1977 के सर्वेक्षण में पाया गया कि भारत में लगभग 66% आबादी हिंदी बोल लेते है जबकि 77%
लोग हिंदी भाषा समझ लेते है। भारत में 422 मिलियन (40%) आबादी हिन्दी भाषा बोलते और समझते है
वैसे तो 1977 के सर्वेक्षण में पाया गया कि भारत में लगभग 66% आबादी हिंदी बोल लेते है जबकि 77%
लोग हिंदी भाषा समझ लेते है। भारत में 422 मिलियन (40%) आबादी हिन्दी भाषा बोलते और समझते है
2016 के डिजिटल सर्वेक्षण से पता लगा कि डिजिटल माध्यम के अनुसार हिंदी समाचार पढ़ने वालों की संख्या लगभग 5.5 करोड़ थी।
भारत के अलावा और कौन -कौन सी जो देश हिंदी भाषा बोलती है।
भारत के अलावा और भी कई देश है जो हिंदी भाषा बोलती समझती है मॉरीशस,फिजी, नेपाल,सुरीनामा,गुयाना,नेपाल ,सिंगापुर देश में हिंदी भाषा बोली जाती है
भारत के बाद नेपाल में सर्वाधिक आबादी हिंदी भाषा बोलते है लगभग 8,000,000 लोग यहाँ पर हिंदी बोलते व समझते है
भारत के अलावा और भी कई देश है जो हिंदी भाषा बोलती समझती है मॉरीशस,फिजी, नेपाल,सुरीनामा,गुयाना,नेपाल ,सिंगापुर देश में हिंदी भाषा बोली जाती है
भारत के बाद नेपाल में सर्वाधिक आबादी हिंदी भाषा बोलते है लगभग 8,000,000 लोग यहाँ पर हिंदी बोलते व समझते है
ऐसे क्रांतिकारी जिन्होंने राष्ट्रभाषा के लिए आवाज़ उठाई ।
1937 नेहरू जी अपनी राय रखा था कि भारत भर में अगर संपर्क स्थापित करना है तो देश के लिए एक राष्ट्रभाषा का होना जरूरी है
गांधी जी ने कहा था कि अंग्रेजी से बेहतर होगा कि हिंदुस्तान में भारत की अपनी राष्ट्रभाषा बनाया जाए
1937 नेहरू जी अपनी राय रखा था कि भारत भर में अगर संपर्क स्थापित करना है तो देश के लिए एक राष्ट्रभाषा का होना जरूरी है
गांधी जी ने कहा था कि अंग्रेजी से बेहतर होगा कि हिंदुस्तान में भारत की अपनी राष्ट्रभाषा बनाया जाए
हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने का विरोध क्यों हुआ?
26 जनवरी 1965 को तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने हिंदी को राजभाषा घोषित करने का फैसला कर लिया था लेकिन उससे पहले ही दक्षिण भारतीय राजनीतिक पार्टी डीएमके ने इस फैसले के खिलाफ तमिलनाडु में विरोध प्रदर्शन की घोषणा कर दी.
और फिर दक्षिण भारतीय में हिंदी भाषा को अपनाने के खिलाफ नज़र आये। यहाँ तक कि उस समय मदुरै से लेकर कोयम्बटूर और मद्रास जैसे शहरों में एवम गांव में हिंदी के किताबों तक का बहिष्कार किया गया और फिर कई लोगो ने तो तमिल भाषा के लिए जान तक दे दी तब घोषणा की गई की अंग्रेज़ी भाषा को प्रमुख तौर पर कामकाज और संचार की भाषा होगी
26 जनवरी 1965 को तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने हिंदी को राजभाषा घोषित करने का फैसला कर लिया था लेकिन उससे पहले ही दक्षिण भारतीय राजनीतिक पार्टी डीएमके ने इस फैसले के खिलाफ तमिलनाडु में विरोध प्रदर्शन की घोषणा कर दी.
और फिर दक्षिण भारतीय में हिंदी भाषा को अपनाने के खिलाफ नज़र आये। यहाँ तक कि उस समय मदुरै से लेकर कोयम्बटूर और मद्रास जैसे शहरों में एवम गांव में हिंदी के किताबों तक का बहिष्कार किया गया और फिर कई लोगो ने तो तमिल भाषा के लिए जान तक दे दी तब घोषणा की गई की अंग्रेज़ी भाषा को प्रमुख तौर पर कामकाज और संचार की भाषा होगी
भारत के ऐसे राज्य जहाँ हिंदी उसके मुख्य भाषा के रूप है।
बिहार ,छत्तीसगढ़,उत्तरप्रदेश,हिमांचल प्रदेश,झारखंड राजस्थान ये सभी राज्य में हिंदी भाषा को आधिकारिक भाषा के रूप में है ।
बिहार ,छत्तीसगढ़,उत्तरप्रदेश,हिमांचल प्रदेश,झारखंड राजस्थान ये सभी राज्य में हिंदी भाषा को आधिकारिक भाषा के रूप में है ।
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